10 Best Mutual Fund in Hindi: टॉप म्यूचुअल फंड्स 2025 की जानकारी

Best Mutual Fund in Hindi: अगर आप म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में सुना हैं या उसमे निवेश करना चाहते हैं तो साल 2025 आपके लिए काफी अच्छा होने वाला हैं क्योंकि इस ब्लॉग में हम जानेंगे Best mutual fund in Hindi for SIP, म्यूच्यूअल फण्ड क्या हैं और इसमें निवेश कर पैसा कैसे कमाया जाता हैं।

अगर आप स्टॉक मार्केट से पैसा कमाने का सोच रहे हैं लेकिन मार्केट में पैसा लगाना नहीं आता हैं तो Mutual Fund एक बहुत अच्छा विकल्प हैं तो आइये टॉप म्यूचुअल फंड्स को समझते हैं।

Table of Contents

म्यूचुअल फंड क्या है? – Best Mutual Fund in Hindi

म्यूच्यूअल फण्ड एक ऐसा व्यवस्था हैं जिसमे बहुत सारे लोगो के पैसा को एक व्यक्ति अलग – अलग एसेट में निवेश करता हैं और आपको पैसा बनाकर देता हैं उसके बदले में वह निवेशकों से चार्ज के रूप में पैसा लेता हैं। इसी प्रकिर्या को म्यूच्यूअल फण्ड कहते हैं।

यानि की अगर आपको शेयर बाजार का ज्यादा ज्ञान नहीं हैं और आप शेयर मार्केट में निवेश करना चाहते हैं तो Mutual Fund आपको एक फ्लेक्सिब्लिटी(Flexibility) प्रदान करता हैं जिसके माध्यम से आप एक म्यूच्यूअल फण्ड में पैसा लगते हो न की सीधे शेयर मार्केट में क्योंकि शेयर मार्केट में सीधे पैसा वही लोग लगा सकते हैं जिसको मार्केट के बारे में अच्छा खासा जानकारी हो। Best Mutual Fund in Hindi में मुख्यतः दो तरीके से निवेश कर सकते हैं।

पहला SIP: यह एक ऐसा सिस्टम हैं जिसमे आपको थोड़ा-थोड़ा पैसा अपने सहूलियत के अनुसार एक निश्चित समय अवधि पर चाहे आप प्रत्येक महीने या हर तिमाही या साल में डाल सकते हैं।

  • सभी म्यूच्यूअल फण्ड का अपना Minimum SIP Amount अलग-अलग होता हैं। आप इसमें कम से कम ₹500 तक जमा कर सकते हैं।
  • इसमें आपको अगर शेयर बाजार का थोड़ा भी ज्ञान नहीं हैं तो भी आप सिप (SIP) कर सकते हैं।
  • या Long Term में यह काफी अच्छा विकल्प हैं।

दूसरा Lumsum: इसमें आपको एक ही बार में पूरा पैसा यानि की एक मोटी रकम जमा कर सकते हैं। यह एक Fixed Deposit की तरह ही हैं।

  • इसमें निवेश करने के लिए आपके पास शेयर मार्केट का थोड़ा ज्ञान होना जरुरी हैं क्योंकि मोटी रकम जमा करने के लिए आपको मार्केट का विश्लेषण करना होगा और सही समय पर पैसा लगाना होगा।
  • क्योंकि ये One Time Investment हैं तो इसमें Risk काफी ज्यादा होता हैं SIP के तुलना में।
  • इसमें आपका पैसा तेजी से grow करता हैं।

तो आपको मोटा-मोटी पता चल गया होगा की कौन से म्यूच्यूअल फण्ड में सबसे ज्यादा रिस्क हैं और किसमें कम। दोनों का अपना फायदा और नुक़सान भी हैं। इसे और बेहतर समझने के लिए निचे टेबल को समझें।

Lump Sum Vs SIP : एकमुश्त और सिप में क्या अंतर हैं

ParametersLumpsum InvestmentSIP Investment
निवेश का तरीकाएकमुश्त राशि एक बार में निवेश की जाती है।नियमित अंतराल (मासिक, त्रैमासिक) पर छोटी राशि निवेश की जाती है।
जोखिमबाजार में उतार-चढ़ाव से अधिक प्रभावित।जोखिम को कम करने में मदद करता है क्योंकि निवेश समय के साथ विभाजित होता है।
बाजार की स्थिति पर निर्भरताबाजार के सही समय पर निर्भर।बाजार की टाइमिंग पर निर्भरता कम होती है।
पैसे की आवश्यकताएक बड़ी राशि की आवश्यकता होती है।छोटी-छोटी राशि नियमित रूप से निवेश की जाती है।
अनुशासनये लोग अनुशासन में विशवास नहीं करते हैं अनुशासन बनाए रखने में मदद करता है।
रिटर्न पर प्रभावअगर बाजार बढ़ता है, तो ज्यादा लाभ।लंबी अवधि में औसत रिटर्न देता है।
सुविधाउन लोगों के लिए बेहतर, जिनके पास तुरंत बड़ी राशि हो।JOB या नियमित आय वाले लोगों के लिए उपयुक्त।
लचीलापनएक बार में निवेश के बाद कोई अतिरिक्त नियंत्रण नहीं।निवेश को रोकने, बढ़ाने या कम करने का विकल्प।
लक्ष्य पूरा करने में मदददीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए उपयुक्त।दीर्घकालिक और छोटे दोनों लक्ष्यों के लिए उपयुक्त।

लंपसम निवेश बाजार के जानकार और उच्च जोखिम सहनशीलता रखने वालों के लिए उपयुक्त हो सकता है, जबकि एसआईपी (SIP) उन लोगों के लिए सही है, जो अनुशासित और नियमित निवेश चाहते हैं। जिनको ऑप्शन ट्रेडिंग या इंट्राडे ट्रेडिंग नहीं आता हो या जो सीधे शेयर मार्केट में निवेश नहीं करना चाहते हो उसके लिए यह एक बेहतर निवेश टूल हैं।

2025 के लिए सबसे अच्छे म्यूचुअल फंड्स की सूची

10 Best Mutual Fund in Hindi List
Top 10 Best Mutual Funds in Hindi

अगर हम टॉप म्यूचुअल फंड्स की बात करे तो इसको मापने के लिए बहुत सारे पैरामीटर हैं जैसे की म्यूचुअल फंड रिटर्न, खर्च अनुपात (Expense Ratio), एग्जिट लोड और कर (Exit Load and Taxes) इत्यादि को ध्यान में रखकर निर्धारित किया जाता हैं। इसे निम्नलिखित म्यूच्यूअल फण्ड में विस्तार से जानेगे।

1. Nippon India Small Cap Fund Direct-Growth

  • Nippon India Small Cap Fund Direct-Growth एक Equity Mutual Fund हैं।
  • फंड का आकार: यह फंड लगभग ₹62,259 करोड़ का है, जो इसे छोटे कैप सेगमेंट में एक मजबूत खिलाड़ी बनाता है।
  • होल्डिंग्स: इसकी प्रमुख होल्डिंग्स में HDFC BANK, Tube Investments of India और अन्य कंपनियां शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: इस फंड में ₹5,000 से निवेश शुरू किया जा सकता है।
  • खर्च अनुपात: यह फंड लगभग 0.68% का खर्च अनुपात रखता है, जो छोटे निवेशकों के लिए उपयुक्त है।
  • एग्जिट लोड और कर: 1 साल से पहले निकासी पर 1% एग्जिट लोड लागू होता है। दीर्घकालिक निवेश पर लाभ पर 12.5% LTCG tax लगेगा।
  • फंड प्रबंधन: इस फंड का प्रबंधन Samir Rachh के अनुभवपूर्ण नेतृत्व में किया जाता है।
  • विशेषताएं: यह फंड छोटे कैप सेगमेंट में उच्च-वृद्धि वाली कंपनियों पर केंद्रित है, जिससे यह जोखिम और लाभ के संतुलन के लिए प्रसिद्ध है।

2. Quant Small Cap Fund Direct Plan-Growth

  • फंड का आकार: लगभग ₹3,000 करोड़ का यह फंड छोटे निवेशकों के बीच लोकप्रिय है।
  • होल्डिंग्स: प्रमुख होल्डिंग्स में Amber Enterprises, Hindware और अन्य कंपनियां शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: इस फंड में ₹5,000 की न्यूनतम राशि से निवेश शुरू किया जा सकता है।
  • खर्च अनुपात: इसका खर्च अनुपात 0.50% है, जो इसे प्रतिस्पर्धी बनाता है।
  • एग्जिट लोड और कर: 1% एग्जिट लोड केवल 1 वर्ष के भीतर निकासी पर लागू होता है। दीर्घकालिक लाभ पर 10% कर देय होगा।
  • फंड प्रबंधन: श्री संजीव शर्मा के नेतृत्व में यह फंड आक्रामक निवेश रणनीति अपनाता है।
  • विशेषताएं: यह फंड बाजार की अस्थिरता में भी स्थिर प्रदर्शन करने के लिए जाना जाता है।

3. Tata Small Cap Fund Direct-Growth

  • फंड का आकार: यह AUM ₹9,572.45 Cr. से अधिक के आकार का है।
  • होल्डिंग्स: GODREJ INDUSTRIES LTD, IDFC FIRST BANK LTD, और अन्य तेजी से बढ़ती कंपनियां इसकी होल्डिंग्स में शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: ₹5,000 से निवेश किया जा सकता है।
  • खर्च अनुपात: 0.34% का कम खर्च अनुपात इसे आकर्षक बनाता है।
  • एग्जिट लोड और कर: 1 साल के भीतर निकासी पर 1% एग्जिट लोड लागू होगा।
  • फंड प्रबंधन: Mr. Chandraprakash Padiyar द्वारा प्रबंधित, यह फंड दीर्घकालिक लाभ के लिए अच्छा है।
  • विशेषताएं: यह फंड स्थिरता और गुणवत्ता पर जोर देता है।

4. HDFC Mid-Cap Opportunities Fund

  • फंड का आकार: यह फंड ₹76,060.89 Cr. से अधिक का है।
  • होल्डिंग्स: इसकी होल्डिंग्स में Tata Communications Limited, Apollo Tyres Ltd, और अन्य कंपनियां शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: ₹100 से निवेश शुरू करें।
  • खर्च अनुपात: 0.76% का खर्च अनुपात है।
  • एग्जिट लोड और कर: 1% एग्जिट लोड और दीर्घकालिक लाभ पर 12.5% कर।
  • फंड प्रबंधन: Mr. Chirag Setalvad द्वारा प्रबंधित।
  • विशेषताएं: मध्यम जोखिम और उच्च लाभ की संभावना।

5. HSBC Small Cap Fund

  • फंड का आकार: लगभग ₹17,237.34 Cr. से अधिक का है।
  • होल्डिंग्स: प्रमुख होल्डिंग्स में BSE Limited, Aditya Birla Real Estate Limited और अन्य कंपनियां भी शामिल है।
  • न्यूनतम निवेश: ₹5,000 से निवेश करें।
  • खर्च अनुपात: 0.68%
  • एग्जिट लोड और कर: 1% एग्जिट लोड, 12.5% LTCG।
  • फंड प्रबंधन: Mr. Venugopal Manghat है।
  • विशेषताएं: नए निवेशकों के लिए अच्छा।

6. ICICI Prudential Value Discovery Fund Direct-Growth

  • फंड का आकार: यह फंड लगभग ₹48,987.78 Cr. का है और यह निवेशकों के बीच अपनी स्थिरता के लिए लोकप्रिय है।
  • होल्डिंग्स: इसमें प्रमुख होल्डिंग्स Reliance Industries Ltd, Infosys, और HDFC Bank Ltd. जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: ₹1,000 की शुरुआती निवेश राशि से शुरू करें।
  • खर्च अनुपात: इसका खर्च अनुपात लगभग 1% है।
  • एग्जिट लोड और कर: 1% एग्जिट लोड 365 दिनों के भीतर निकासी पर लागू होगा। दीर्घकालिक लाभ पर 12.5% LTCG कर।
  • फंड प्रबंधन: यह फंड Mr. Sankaran Naren द्वारा प्रबंधित है, जो वैल्यू इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी में माहिर हैं।
  • विशेषताएं: यह फंड undervalued कंपनियों में निवेश कर लंबी अवधि में उच्च लाभ प्रदान करता है।

7. Parag Parikh Flexi Cap Fund Direct-Growth

  • फंड का आकार: इस फंड का आकार लगभग ₹84,640.59 Cr. का है।
  • होल्डिंग्स: इसमें प्रमुख कंपनियां जैसे ITC, Google (Alphabet Inc.), और Microsoft शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: ₹1,000 से निवेश शुरू कर सकते हैं।
  • खर्च अनुपात: 0.63% का खर्च अनुपात इसे किफायती बनाता है।
  • एग्जिट लोड और कर: 1% एग्जिट लोड 1 साल से पहले निकासी पर। दीर्घकालिक लाभ पर 12.5% LTCG कर।
  • फंड प्रबंधन: Mr. Rajeev Thakkar के नेतृत्व में यह फंड लचीली रणनीतियों पर आधारित है।
  • विशेषताएं: यह फंड घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजार में विविध निवेश करता है।

8. Motilal Oswal Large and Midcap Fund Direct-Growth

  • फंड का आकार: ₹7,710.01 Cr. का है।
  • होल्डिंग्स: इसकी प्रमुख होल्डिंग्स में ICICI Bank, BankBharti Airtel Limited, और HDFC Bank जैसी बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: ₹500 की न्यूनतम निवेश राशि।
  • खर्च अनुपात: 0.48% का खर्च अनुपात।
  • एग्जिट लोड और कर: 1 साल के भीतर निकासी पर 1% एग्जिट लोड। 12.5% LTCG कर लागू।
  • फंड प्रबंधन: Mr. Rakesh Shetty।
  • विशेषताएं: यह फंड स्थिरता और उच्च लाभ दोनों प्रदान करता है।

9. Bandhan ELSS Tax Saver Fund Direct Plan Growth

  • फंड का आकार: यह फंड ₹7353.93 Cr. से अधिक का है।
  • होल्डिंग्स: इसमें HDFC Bank, और ICICI Bank जैसी कंपनियां शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: ₹500 से शुरू करें।
  • खर्च अनुपात: लगभग 0.66%।
  • एग्जिट लोड और कर: ELSS में 3 साल का लॉक-इन होता है। दीर्घकालिक लाभ पर 12.5% LTCG कर।
  • फंड प्रबंधन: Mr. Satra द्वारा प्रबंधित।
  • विशेषताएं: यह फंड कर बचत और उच्च रिटर्न का बेहतरीन विकल्प है।

10. JM Flexicap Fund Direct Plan-Growth

  • फंड का आकार: यह ₹5,012.19 Cr. का फंड है।
  • होल्डिंग्स: प्रमुख होल्डिंग्स में Infosys Ltd, Dr. Reddy’s Laboratories Ltd, और HDFC Bank शामिल हैं।
  • न्यूनतम निवेश: ₹1,000 से निवेश शुरू करें।
  • खर्च अनुपात: 0.52%
  • एग्जिट लोड और कर: 1% एग्जिट लोड 365 दिनों के भीतर निकासी पर लागू होता है। दीर्घकालिक लाभ पर 12.5% LTCG कर।
  • फंड प्रबंधन: Mr. Chaitanya Choksi द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
  • विशेषताएं: यह फंड बड़ी, मध्यम और छोटी कंपनियों में संतुलित निवेश करता है।

अब आपको पता चल गया होगा की SIP के लिए सबसे अच्छा फंड कौन हैं?

म्यूचुअल फंड में निवेश कैसे करें? – Best Mutual Fund in Hindi

10 Best Mutual Fund in Hindi: टॉप म्यूचुअल फंड्स 2025 की जानकारी
Mutual Fund में निवेश कैसे करें

वैसे तो Mutual Fund में निवेश करने के बहुत से तरीके हैं लेकिन आज हम सबसे आसान तरीका सीखेंगे की Best Mutual Fund In Hindi में कैसे निवेश किया जाता हैं तो चलिए जानते हैं।

Mutual Fund में निवेश करने के लिए आपको किसी म्यूच्यूअल फण्ड हाउस के पास आपको अपना KYC करना होता हैं। इसके बाद आपका अकाउंट उसमें खुल जायेगा और तब आप mutual fund में निवेश कर पाएंगे।

KYC करने के लिए आपको निम्नलिखित डॉक्यूमेंट देना पड़ेगा।

  • आधार कार्ड ( Aadhar card )
  • पैन कार्ड (Pan Card )
  • बैंक डिटेल्स ( Bank Details )

KYC ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। अब सवाल यह हैं की इसमें निवेश कैसे करें तो Mutual Fund में निवेश करने के दो तरीके हैं।

  • Online.पहला online जिसमे बहुत सारे भरोसेमंद प्लेटफार्म हैं जैसे:- Groww, Zerodha Coin, Paytm Money और भी बहुत सारे Apps हैं जिसके माध्यम से आप Mutual Funds में निवेश कर पाएंगे।
  • Offline:दूसरा तरीका हैं Offline जिसमे आपको Mutual Funds House में जाना होगा और जरुरी दस्ताबेज जमा करना होगा फिर आप mutual funds में निवेश कर पाएंगे।

म्यूचुअल फंड के फायदे और नुकसान (Advantage And Disadvantage of Mutual Funds )

फायदे (Advantages)नुकसान (Disadvantages)
1. विशेषज्ञ प्रबंधन (Professional Management): म्यूचुअल फंड में निवेश का प्रबंधन अनुभवी फंड मैनेजर द्वारा किया जाता है, जिससे जोखिम और रिटर्न का संतुलन बेहतर रहता है।1. प्रबंधन शुल्क (Management Fee): फंड मैनेजर और अन्य सेवाओं के लिए आपको एक्सपेंस रेशियो (Expense Ratio) के रूप में शुल्क देना पड़ता है, जिससे कुल रिटर्न प्रभावित हो सकता है।
2. विविधीकरण (Diversification): म्यूचुअल फंड आपको विभिन्न एसेट क्लास (जैसे इक्विटी, डेट, गोल्ड) में निवेश करने का अवसर देता है, जिससे जोखिम कम होता है।2. बाजार जोखिम (Market Risk): बाजार में गिरावट के समय निवेश का मूल्य कम हो सकता है, जिससे नुकसान होने की संभावना रहती है।
3. तरलता (Liquidity): ओपन-एंडेड फंड में आप कभी भी अपने यूनिट्स बेच सकते हैं और तुरंत पैसा प्राप्त कर सकते हैं।3. कोई गारंटी नहीं (No Guarantee): म्यूचुअल फंड निवेश बाजार के प्रदर्शन पर निर्भर करता है, इसलिए रिटर्न की कोई गारंटी नहीं होती।
4. छोटे निवेश की सुविधा (Low Investment Requirement): SIP के जरिए ₹500 से भी निवेश शुरू किया जा सकता है, जिससे इसे सभी के लिए सुलभ बनाया गया है।4. लघु अवधि में अस्थिरता (Short-Term Volatility): इक्विटी-आधारित फंड्स में बाजार अस्थिरता से रिटर्न में कमी आ सकती है।
5. पारदर्शिता (Transparency): म्यूचुअल फंड कंपनियां नियमित रूप से पोर्टफोलियो का प्रदर्शन और खर्चे की जानकारी प्रदान करती हैं।5. लॉक-इन अवधि (Lock-in Period): कुछ फंड्स (जैसे ELSS) में लॉक-इन पीरियड होता है, जिससे पैसा निकालने में असुविधा हो सकती है।
6. टैक्स बचत (Tax Saving): ELSS जैसे टैक्स सेविंग म्यूचुअल फंड्स सेक्शन 80C के तहत टैक्स लाभ देते हैं।6. गलत फंड का चयन (Wrong Fund Selection): यदि आपने गलत फंड का चयन किया तो आपको वांछित रिटर्न नहीं मिल सकता।
7. समय की बचत (Time-Saving): फंड मैनेजर निवेश को संभालते हैं, इसलिए आपको व्यक्तिगत रूप से बाजार पर नजर रखने की आवश्यकता नहीं है।7. डिविडेंड पर टैक्स (Tax on Dividends): डिविडेंड आय पर टैक्स लागू हो सकता है, जिससे रिटर्न घट सकता है।

Best Mutual Funds to Invest in 2025 in hindi for short term

यहाँ कुछ बेहतरीन म्यूचुअल फंड्स की सूची दी गई है, जिनमे आप शार्ट टर्म (Short Term) के लिए निवेश कर सकते हैं। चुनने से पहले आप इन्हे अच्छे से एनालिसिस करें और जब आपको लगे की यहाँ mutual funds मेरे लिए सही हैं तो आप उन्हें अपने Portfolio में रख सकते हैं।

  1. Nippon India Small Cap Fund Direct-Growth
  2. Quant Small Cap Fund Direct Plan-Growth
  3. Tata Small Cap Fund Direct-Growth
  4. HDFC Mid-Cap Opportunities Fund
  5. HSBC Small Cap Fund
  6. ICICI Prudential Value Discovery Fund Direct-Growth
  7. Parag Parikh Flexi Cap Fund Direct-Growth
  8. Motilal Oswal Large and Midcap Fund Direct-Growth
  9. Bandhan Tax Advantage (ELSS) Direct Plan-Growth
  10. JM Flexicap Fund Direct Plan-Growth

इन फंड्स की विस्तृत जानकारी आप ऊपर दी गई हैं। आप उन्हें देख सकते हैं या फिर Groww, Zerodha Coin जैसे प्लेटफार्म का इस्तेमाल कर सकते हैं जो आपको और बेहतर Overview प्रदान कर सकने में सक्षम हैं

Mutual Funds में Tax कितना लगता हैं – Best Mutual Fund in Hindi

mutual funds से पैसा निकलने के लिए आपको टैक्स भी देना पड़ता हैं ,अगर आप एक साल के अंदर पैसा निकलना चाहते हैं तो उस पर आपको Short Term Capital Gains (STCG) देना पड़ेगा जो की हैं 20% और अगर आप इसे Long Term के लिए होल्ड करना चाहते हैं तो आपको इसे निकलने के लिए Long Term Capital Gains (LTCG) देना पड़ेगा जो की हैं 12.5%, तो आपको अपना म्यूच्यूअल फण्ड सोच समझकर और एनालिसिस करने के बाद ही उसे अपने पोर्टफोलिओ में रखे।

FAQs:

क्या Mutual Funds में निवेश करना सही हैं?

हाँ, अगर आप mutual funds में long term के लिए निवेश करते हैं तो म्यूच्यूअल फंड्स आपके लिए एक बेहतर विकल्प हो सकता हैं।

क्या बिना शेयर मार्केट के knowledge के mutual funds में निवेश कर सकता हैं?

हाँ, क्योंकि Mutual funds को बनाया ही इसीलिए गया हैं की अगर आपको शेयर बाजार का knowledge नहीं भी हैं तो भी आप mutual funds में निवेश कर सकते हैं।

म्यूच्यूअल फंड्स में टैक्स कितना लगता हैं

mutual funds में Short Term Capital Gains (STCG) देना पड़ेगा जो की हैं 20% और Long Term Capital Gains (LTCG) 12.5% हैं।

2025 के लिए कौन सा म्यूचुअल फंड अच्छा है?

विशेषज्ञों का मने तो साल 2025 के लिए अबसे अच्छा Nippon India Small Cap Fund Direct-Growth और Parag Parikh Flexi Cap Fund Direct-Growth होने वाला हैं।

निष्कर्ष (conclusion):

इस ब्लॉग में हमने जाना हैं की म्यूच्यूअल फंड्स क्या हैं, Best Mutual Fund in Hindi 2025 की सूची, म्यूच्यूअल फंड्स के बारे में बहुत कुछ अगर आपको इस ब्लॉग से कुछ वैल्यू मिला हो या आपका कोई सुझाव हो तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं।

Disclaimer:- ऊपर दिया गया म्यूच्यूअल फंड्स कोई Recomendation नहीं हैं अगर आपको उसमे निवेश करना हैं तो आप पहले उसे एनालिसिस करे और फिर अपने रिस्क के अनुशार उसेमें निवेश करे। आप अपने प्रॉफिट और लॉस का जिम्मेदार खुद हैं न की Themarketkhabar.com

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Rohit Prajapati

नमस्कार दोस्तों मेरा नाम Rohit Prajapati हैं. मै बिहार के दरभंगा जिले का रहने वाला हूँ. मुझे Stock Market से सम्बंधित चीजों के बारे में पढना और लिखना अच्छा लगता हैं.

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